भारत सरकार ने युवाओं को रोजगार देने और देश में नए बिज़नेस शुरू करने के लिए स्टार्टअप इंडिया योजना की शुरुआत की। इसका मकसद है कि जो लोग नए विचार लेकर अपना खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं, उन्हें सरकार की तरफ से पूरी मदद मिले। इस योजना से न सिर्फ नए व्यापारों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देश में रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।
स्टार्टअप क्या होता है?
स्टार्टअप एक ऐसा नया बिज़नेस होता है जो कुछ अलग और नया करता है – जैसे कोई नया ऐप, तकनीक, सेवा या उत्पाद। यह आमतौर पर युवाओं द्वारा शुरू किया जाता है और इसकी सोच कुछ हटकर होती है।
सरकार के अनुसार स्टार्टअप की परिभाषा:
- कंपनी को भारत में 5 साल से ज्यादा समय नहीं हुआ हो।
- उसका सालाना कारोबार 25 करोड़ रुपये से कम हो।
- कंपनी किसी पुराने व्यापार को तोड़कर या दोबारा बनाकर शुरू न की गई हो।
- कंपनी तकनीकी या इनोवेशन पर आधारित हो।
स्टार्टअप इंडिया योजना के मुख्य उद्देश्य:
नए विचारों को बिज़नेस में बदलने में मदद करना, युवाओं को खुद का काम शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना,नौकरी ढूंढने वाले नहीं, नौकरी देने वाले युवा बनाना,
भारत को “स्टार्टअप हब” बनाना।
स्टार्टअप इंडिया योजना के प्रमुख फायदे और सुविधाएं:
सरल रजिस्ट्रेशन और नियमों में छूट-स्टार्टअप को सिर्फ एक मोबाइल ऐप या वेबसाइट के ज़रिए ही रजिस्टर किया जा सकता है, सरकार ने कई कानूनी औपचारिकताओं को आसान कर दिया है जिससे बिज़नेस करना सरल हो जाए।
कर में छूट (Tax Benefit)-जिन स्टार्टअप्स को सरकार से मान्यता मिल जाती है, उन्हें 3 साल तक आयकर नहीं देना होता।
पेटेंट और ट्रेडमार्क में सहायता-अगर कोई स्टार्टअप अपनी तकनीक का पेटेंट कराना चाहता है, तो उसे सरकार की तरफ से 50% से ज्यादा की छूट मिलती है और प्रोसेस भी तेज़ होता है।
सरकारी टेंडर में छूट-अब स्टार्टअप कंपनियों को भी सरकारी प्रोजेक्ट्स में भाग लेने का मौका मिलता है, वो भी बिना ज्यादा अनुभव के।
फेल होने पर भी सपोर्ट-अगर कोई स्टार्टअप सफल नहीं हो पाता, तो उसे बंद करना भी आसान बना दिया गया है। छह महीने के अंदर कंपनी के सभी मामलों को निपटाया जा सकता है।
स्टार्टअप इंडिया हब और पोर्टल:
सरकार ने एक स्टार्टअप इंडिया हब बनाया है जहां से सभी जानकारी, सहायता, फंडिंग, सलाह और रजिस्ट्रेशन की सुविधा एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलती है। इसकी वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों पर सेवाएं उपलब्ध हैं।
शिक्षा और उद्योग का सहयोग (Industry-Academia Partnership):
कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इनोवेशन सेंटर्स बनाए जा रहे हैं जहां छात्र अपने स्टार्टअप आइडिया पर काम कर सकें, सरकार नए उद्यमियों को ट्रेनिंग भी देती है ताकि वे बेहतर बिज़नेस चला सकें।
स्टार्टअप इंडिया योजना क्यों जरूरी है?
भारत में बहुत सारे युवा हैं जो नौकरी की तलाश में हैं। स्टार्टअप उन्हें स्वरोजगार की राह दिखाता है, यह योजना नई सोच को प्रोत्साहन देती है जिससे देश में तकनीकी विकास होता है, स्टार्टअप्स के ज़रिए देश की अर्थव्यवस्था मज़बूत होती है और रोजगार के मौके बनते हैं।
स्टार्टअप इंडिया योजना में आवेदन (Apply) कैसे करें?
Step 1: ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं
सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट है:https://www.startupindia.gov.in
Step 2: प्रोफाइल बनाएं (Register/Login)
- वेबसाइट पर जाकर “Register” बटन पर क्लिक करें।
- अपना नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर, स्टार्टअप का नाम आदि जानकारी भरें।
- एक बार रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद आप Startup India Portal पर लॉगिन कर सकते हैं।
Step 3: डीपीआईआईटी से मान्यता प्राप्त करें (DPIIT Recognition)
लॉगिन करने के बाद, “DPIIT Recognition for Startups” पर क्लिक करें।
यहां एक फॉर्म खुलेगा जिसमें नीचे दी गई जानकारी भरनी होती है:
- स्टार्टअप का नाम
- पैन कार्ड और कंपनी रजिस्ट्रेशन नंबर
- संस्थापक की जानकारी
- स्टार्टअप क्या करता है उसका विवरण (Product/Service Details)
- इनोवेशन का विवरण (कैसे अलग है?)
- वैधता के लिए दस्तावेज़ (जैसे कंपनी पंजीकरण प्रमाणपत्र)
Step 4: आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें
- कंपनी का इन्कॉर्पोरेशन सर्टिफिकेट (Certificate of Incorporation)
- स्टार्टअप का संक्षिप्त बिज़नेस विवरण (Brief write-up)
- संस्थापक/डायरेक्टर्स की जानकारी
- अगर है तो IPR/पेटेंट का विवरण
- बिज़नेस आइडिया की यूनिकनेस का संक्षेप विवरण
Step 5: सबमिट करें और ट्रैक करें
सभी जानकारी भरने के बाद फॉर्म को सबमिट करें।
एक बार आवेदन जमा हो जाने के बाद, स्टेटस ट्रैक करने के लिए लॉगिन करते रहें।
1-2 सप्ताह में आपको DPIIT से मान्यता (Recognition Certificate) मिल सकती है।
मान्यता मिलने के बाद फायदे:
3 साल तक टैक्स छूट,सरकारी टेंडर में भाग लेने की छूट,इन्क्यूबेशन और फंडिंग सपोर्ट,पेटेंट कराने में सहायता,स्टार्टअप हब से जुड़ाव और नेटवर्किंग
महत्वपूर्ण जानकारी:
यह पोर्टल केवल उन्हीं स्टार्टअप्स के लिए है जो भारत में रजिस्टर्ड हैं।यह पोर्टल DPIIT यानी Department for Promotion of Industry and Internal Trade द्वारा चलाया जाता है।आवेदन करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपकी कंपनी ऊपर बताई गई स्टार्टअप की परिभाषा में आती है।
सरकारी पोर्टल की डायरेक्ट लिंक:
स्टार्टअप इंडिया पोर्टल:
https://www.startupindia.gov.in
DPIIT मान्यता पेज:
https://www.startupindia.gov.in/content/sih/en/nsa2025.html
स्टार्टअप इंडिया योजना भारत सरकार की एक दूरदर्शी पहल है जो युवाओं को आगे बढ़ने, इनोवेशन करने और अपने सपनों को साकार करने का मौका देती है। यह योजना न केवल व्यापार शुरू करने वालों को सहायता देती है, बल्कि देश के आर्थिक विकास और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी अहम भूमिका निभा रही है।
Startup India योजना से जुड़े कुछ प्रमुख FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1: स्टार्टअप इंडिया योजना क्या है?
स्टार्टअप इंडिया योजना भारत सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य नए बिज़नेस शुरू करने वालों को सहायता देना, नवाचार को बढ़ावा देना और देश में रोजगार के अवसर पैदा करना है।
2: स्टार्टअप की सरकारी परिभाषा क्या है?
वह इकाई जो भारत में बनी हो और 5 साल से ज्यादा पुरानी न हो।
उसका सालाना टर्नओवर ₹25 करोड़ से कम हो।
वह कोई नया इनोवेशन, तकनीकी उत्पाद या सेवा बना रही हो।
3: स्टार्टअप इंडिया योजना के तहत कौन आवेदन कर सकता है?
कोई भी व्यक्ति या कंपनी जो उपरोक्त मापदंडों को पूरा करती हो और भारत में रजिस्टर्ड हो, वह इस योजना में आवेदन कर सकता है।
4: योजना का लाभ पाने के लिए कहां आवेदन करें?
👉 https://www.startupindia.gov.in
इस वेबसाइट पर जाकर आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और DPIIT से मान्यता प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न 5: इस योजना से क्या-क्या फायदे मिलते हैं?
- 3 साल तक इनकम टैक्स में छूट
- स्टार्टअप में निवेश पर टैक्स छूट
- सरकारी टेंडर में भाग लेने की छूट
- फंडिंग और लोन के लिए सहायता
- पेटेंट में सब्सिडी और तेज़ प्रक्रिया
6: क्या छात्रों द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप भी इस योजना में शामिल हो सकते हैं?
हां, अगर छात्र का स्टार्टअप मान्यता प्राप्त है और सरकारी शर्तें पूरी करता है, तो वह भी योजना में शामिल हो सकता है।
7: क्या योजना में रजिस्टर करने पर तुरंत फंड मिलता है?
नहीं, योजना में पंजीकरण करना सिर्फ पहला कदम है। फंड पाने के लिए आपको अपने आइडिया को इन्वेस्टर्स और इनक्यूबेटर्स को प्रेजेंट करना होगा।
8: DPIIT क्या है और इसकी मान्यता क्यों जरूरी है?
DPIIT (Department for Promotion of Industry and Internal Trade) वह विभाग है जो स्टार्टअप्स को आधिकारिक मान्यता देता है। इसी मान्यता से आपको टैक्स में छूट और अन्य लाभ मिलते हैं।
9: अगर स्टार्टअप सफल नहीं होता तो क्या होगा?
सरकार स्टार्टअप्स को बंद करने के लिए आसान प्रक्रिया देती है जिससे कोई कानूनी या आर्थिक बोझ ज्यादा न हो।
10: योजना का उद्देश्य क्या है?
युवाओं को रोजगार के लिए खुद का व्यापार शुरू करने में मदद करना।
नवाचार और तकनीकी विकास को बढ़ावा देना।
भारत को स्टार्टअप हब बनाना।
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