गीता प्रेस ने इतनी बड़ी संख्या में बिना विज्ञापन और बिना मुनाफे के उद्देश्य से किताबें बेची हैं, जो अपने-आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यही कारण है कि यह संस्था न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर के हिंदू समाज में आस्था और श्रद्धा का केंद्र बनी हुई है।