भारत सरकार ने पूर्व रक्षा सचिव डॉ. Ajay Kumar को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) का नया चेयरमैन नियुक्त किया है। उन्होंने प्रीति सूदन का स्थान लिया है, जिनका कार्यकाल 29 अप्रैल 2025 को समाप्त हुआ। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने मंगलवार को इसकी आधिकारिक घोषणा की, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की स्वीकृति प्राप्त हुई।
Ajay Kumar कौन हैं? – जानिए उनका शैक्षणिक और पेशेवर सफर
डॉ. अजय कुमार का जन्म 2 अक्टूबर 1962 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। वह IIT कानपुर से इंजीनियरिंग (B.Tech) की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं। इसके बाद उन्होंने University of Minnesota से Development Economics में मास्टर्स और Carlson School of Management से Ph.D. in Business Administration किया।
उनकी गिनती देश के सबसे अनुभवी और प्रगतिशील सोच वाले अफसरों में होती है।
रक्षा मंत्रालय में शानदार सेवाएं
डॉ. अजय कुमार ने 2017 में रक्षा मंत्रालय में सेवाएं शुरू कीं और उन्हें भारत के 39वें रक्षा उत्पादन सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। 2019 में वे देश के रक्षा सचिव बने और यह पद उन्होंने 2022 तक संभाला। उन्होंने 200 साल पुराने ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड को कॉर्पोरेट रूप देने में अहम भूमिका निभाई, जो 80,000 से अधिक कर्मचारियों वाला संगठन था।वे MoD के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले सचिव भी रहे।
iDEX’ से लेकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ तक
डॉ. कुमार ने देश में रक्षा स्टार्टअप ईकोसिस्टम की नींव रखी। 2017 में शुरू हुआ Innovations for Defence Excellence (iDEX) प्रोग्राम, उनके नेतृत्व में नई ऊंचाइयों पर पहुंचा। 2020-21 में उन्होंने ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्पेस टेक्नोलॉजी से जुड़ी नीतियों पर काम किया। 2018 से 2022 के बीच रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों (Defence PSUs) के प्रदर्शन को बेहतर करने में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा। INS वागशीर, जो भारत की छठी स्कॉर्पीन क्लास की पनडुब्बी है, का शुभारंभ भी उन्होंने 2022 में मुंबई के मझगांव डॉक से किया।
डिजिटल इंडिया के पीछे की ताकत
डॉ. अजय कुमार डिजिटल इंडिया मिशन (2014) के प्रमुख सूत्रधारों में रहे हैं। उनकी अगुवाई में कई अहम सरकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स लॉन्च हुए, जैसे:
- Unified Payments Interface (UPI)
- Aadhaar
- MyGov.in
- Government e-Marketplace (GeM)
- Jeevan Pramaan
वे Ministry of Electronics and IT में एडिशनल सेक्रेटरी और NIC के डायरेक्टर जनरल भी रहे। इसके अलावा वे केरल सरकार के आईटी विभाग में प्रिंसिपल सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।
सेवानिवृत्ति के बाद की भूमिका
IAS से रिटायर होने के बाद उन्होंने MGF-Kavachh नाम से एक पहल शुरू की और ₹250 करोड़ का फंड जुटाया। इसके साथ ही वे US-India Strategic Partnership Forum (USISPF) के सलाहकार बोर्ड के सदस्य हैं और Sify Technologies के निदेशक मंडल में भी शामिल हैं।
Dr. Ajay Kumar का UPSC का चेयरमैन बनना न केवल आयोग के लिए बल्कि पूरे देश के प्रशासनिक भविष्य के लिए एक बड़ा कदम है। उनकी दूरदृष्टि, तकनीकी समझ और मजबूत नेतृत्व से UPSC की प्रक्रिया में पारदर्शिता, दक्षता और नवाचार की नई राहें खुल सकती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) – UPSC के नए अध्यक्ष Dr. Ajay Kumar के बारे में
1. UPSC के नए चेयरमैन कौन बने हैं 2025 में?
वर्ष 2025 में डॉ. अजय कुमार को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। उन्होंने प्रीति सूदन का स्थान लिया है।
2. डॉ. अजय कुमार की शिक्षा पृष्ठभूमि क्या है?
डॉ. अजय कुमार ने IIT कानपुर से B.Tech किया है। उन्होंने University of Minnesota से डेवेलपमेंट इकोनॉमिक्स में मास्टर्स और Carlson School of Management से पीएचडी की है।
3. क्या डॉ. अजय कुमार पहले भी किसी महत्वपूर्ण सरकारी पद पर रहे हैं?
हां, वे भारत के 39वें रक्षा सचिव रह चुके हैं और इससे पहले वे रक्षा उत्पादन सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव, और NIC के डायरेक्टर जनरल जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं।
4. डिजिटल इंडिया में डॉ. अजय कुमार का क्या योगदान रहा है?
डॉ. कुमार Digital India मिशन के प्रमुख आर्किटेक्ट्स में से हैं।
उनके मार्गदर्शन में UPI, Aadhaar, MyGov, GeM और Jeevan Pramaan जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स शुरू हुए।
5. iDEX प्रोग्राम क्या है और इसमें डॉ. अजय कुमार की क्या भूमिका थी?
iDEX (Innovations for Defence Excellence) एक स्टार्टअप इकोसिस्टम है जिसे डॉ. कुमार ने 2017 में लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना है।
क्या डॉ. अजय कुमार निजी क्षेत्र में भी सक्रिय हैं?
हां, रिटायरमेंट के बाद उन्होंने MGF-Kavachh नाम से एक फंडिंग पहल शुरू की
और वे USISPF के सलाहकार बोर्ड व Sify के निदेशक मंडल में भी शामिल हैं।
7. UPSC चेयरमैन का कार्यकाल कितना होता है?
UPSC चेयरमैन का कार्यकाल अधिकतम 6 वर्ष या 65 वर्ष की उम्र तक होता है, जो पहले हो।
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News Source- ANI X