Instagram Reels vs YouTube Shorts- आखिर किसका जलवा ज्यादा?
सोचो ज़रा—आप बस पाँच मिनट फोन देखना चाहते थे, लेकिन पता नहीं कब Reels और Shorts के चक्कर में आधा घंटा कब उड़ गया। कभी डांस, कभी कुकिंग, कभी कोई जानवर के कारनामे—ये दोनों प्लेटफॉर्म हमें “बस एक और वीडियो” के जाल में ऐसे फंसाते हैं कि टाइम मशीन भी शरमा जाए।
जब से शॉर्ट वीडियो का ट्रेंड आया है, सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करते-करते घंटे कैसे निकल जाते हैं, पता ही नहीं चलता। सुबह उठते ही सबसे पहले फोन उठाओ, तो Instagram Reels सामने, और रात को सोने से पहले YouTube Shorts। दोनों ही जगह कंटेंट की बाढ़ है, लेकिन मन में हमेशा ये सवाल रहता है — आखिर बेहतर कौन है?
अब बात करते हैं इन दोनों के असली खेल की।
Instagram Reels
2020 में जब TikTok बाय-बाय हो गया, तो Insta ने Reels उतार दी। ट्रेंड पकड़ो, म्यूज़िक लगाओ, एक दो कूल फिल्टर मारो और वायरल होने के सपने देखो। यहां कंटेंट बिजली की स्पीड से फैलता है—सुबह बनाया, शाम तक लाखों लोग देख सकते हैं। लेकिन हां, ये पार्टी ज्यादा दिन नहीं चलती। दो-तीन दिन बाद वही वीडियो ट्रेंड से बाहर, फिर अगला ट्रेंड पकड़ो।
Instagram Reels की शुरुआत 2020 में हुई, जब TikTok इंडिया में बैन हो गया था। उस वक्त लोगों को लगा कि शायद पहले जैसा मज़ा अब नहीं आएगा, लेकिन Instagram ने Reels लॉन्च करके खालीपन भर दिया। म्यूज़िक, ट्रेंडिंग ऑडियो, फिल्टर्स, और क्रिएटिव एडिटिंग के साथ यह बहुत जल्दी पॉपुलर हो गया।
अगर वायरल होने की बात करें तो Reels का जवाब नहीं। एक सही ऑडियो चुन लो और ट्रेंड पकड़ लो, तो कुछ घंटों में लाखों व्यूज़ आ सकते हैं। लेकिन यह भी सच है कि Reels की लाइफ छोटी होती है—कुछ दिनों बाद वही वीडियो फीड में कहीं खो जाता है।
YouTube Shorts
दूसरी तरफ YouTube Shorts 2021 में आया। यह थोड़ा अलग है क्योंकि यहां सिर्फ वायरल होने का खेल नहीं है, बल्कि लंबे समय की ऑडियंस भी बनती है। YouTube पर अपलोड किया गया वीडियो सालों बाद भी नए लोगों तक पहुंच सकता है।
2021 में YouTube ने भी कहा, “भाई, ये मज़ा हमसे छूट क्यों?” और Shorts लॉन्च कर दिए। फर्क ये कि यहां कंटेंट की उम्र लंबी होती है। आज अपलोड करो, हो सकता है तीन महीने बाद भी लोग ढूंढ-ढूंढ कर देखें।
और कमाई का सिस्टम भी YouTube में ज्यादा मजबूत है—Ads, Sponsorships, सब कुछ है। YouTube Shorts पर मामला उल्टा है। यहां वायरल होने में थोड़ा वक्त लग सकता है, लेकिन एक बार पकड़ बन गई तो वह वीडियो महीनों तक लोगों तक पहुंचता रहता है। और सबसे बड़ी बात, YouTube पर कमाई के रास्ते ज्यादा हैं—Ads, Shorts Fund, Sponsorships—सब कुछ।
कमाई (Monetization)
Reels- Meta के कुछ देशों में Bonus Program है, लेकिन इंडिया में अभी सीधी कमाई का कोई बड़ा ऑफिशियल तरीका नहीं। ब्रांड डील्स ही ऑप्शन है।
Shorts- YouTube Shorts Fund और अब Ads Revenue Sharing की सुविधा। 1,000 सब्सक्राइबर और 10M Shorts views से आप कमाई शुरू कर सकते हैं।
कंटेंट की लंबाई और क्रिएटिव फ्रीडम
Reels- 15 से 90 सेकंड तक के वीडियो, साथ में AR फिल्टर्स, म्यूज़िक लाइब्रेरी और ट्रेंडिंग ऑडियो का खज़ाना।
Shorts- 60 सेकंड तक के वीडियो, लेकिन इसमें YouTube की पूरी म्यूज़िक लाइब्रेरी और एडिटिंग टूल्स का फायदा मिलता है।
अगर आपका कंटेंट ट्रेंड-हिटिंग है, तो Reels में जल्दी वायरल होता है, जबकि Shorts पर Evergreen कंटेंट लंबे समय तक चलता है
ऑडियंस और रीच
Instagram Reels-सोशल मीडिया पर पहले से मौजूद आपके फॉलोअर्स + Explore Page के जरिए नए लोग।
YouTube Shorts-आपके सब्सक्राइबर बेस के अलावा, Shorts Shelf और YouTube सर्च से ऑर्गैनिक रीच का बड़ा फायदा।
अगर आप नया चैनल या ब्रांड बना रहे हैं, तो Shorts आपको लंबे समय में ज़्यादा स्थायी ऑडियंस दे सकता है।
फायदे और नुकसान
प्लेटफ़ॉर्म | फायदे | नुकसान |
---|---|---|
Instagram Reels | वायरल होने की जल्दी, ट्रेंड पकड़ना आसान, ऑडियंस engagement हाई | लंबे समय में कंटेंट shelf life कम, डायरेक्ट कमाई का विकल्प कम |
YouTube Shorts | Evergreen रीच, सर्च से ट्रैफिक, कमाई के ऑप्शन | वायरल होने में थोड़ा समय लग सकता है, सोशल engagement कम |
तो कौन जीता?
अगर आपको तुरंत लाइक्स, कमेंट्स और “OMG you’re viral” वाला फील चाहिए, तो Reels आपकी जान है।
अगर आप सोचते हैं—“भाई, मैं लंबी रेस का घोड़ा हूं और पैसा भी चाहिए”—तो Shorts आपका सही पार्टनर है।
तो कौन जीता? सच कहूं तो ये आपकी ज़रूरत पर है। अगर आप ब्रांड बिल्ड करना चाहते हैं, तेजी से लोगों तक पहुंचना चाहते हैं और सोशल मीडिया एंगेजमेंट चाहिए, तो Reels अच्छा है। लेकिन अगर आपका फोकस लंबे समय की ऑडियंस, YouTube चैनल ग्रोथ और कमाई पर है, तो Shorts बेहतर है।
वैसे समझदारी तो यही है कि दोनों को साथ लेकर चलो। Reels से लोगों को खींचो और Shorts से उन्हें लंबे समय तक फैन बनाए रखो।
और हां, चाहे Reels हो या Shorts, ध्यान रखना—वीडियो छोटा हो, लेकिन आपका टैलेंट बड़ा दिखना चाहिए।
वरना, स्क्रॉल तो अंगूठा एक सेकंड में कर ही देगा।
FAQ – Instagram Reels vs YouTube Shorts
Q1. क्या Instagram Reels और YouTube Shorts एक जैसे हैं?
नहीं, दोनों प्लेटफॉर्म अलग हैं।
Reels Instagram का फीचर है जो सोशल मीडिया एंगेजमेंट और ट्रेंड्स पर फोकस करता है,
जबकि Shorts YouTube का हिस्सा है जो लंबे समय तक कंटेंट की रीच और कमाई के लिए बेहतर है।
Q2. वायरल होने के लिए कौन सा बेहतर है?
अगर आपको जल्दी वायरल होना है, तो Reels में ज्यादा मौके हैं।
लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपका कंटेंट लंबे समय तक चलता रहे, तो Shorts बेहतर है।
Q3. किस प्लेटफॉर्म पर कमाई ज्यादा होती है?
YouTube Shorts में Ads Revenue Sharing और अन्य कमाई के विकल्प हैं।
Instagram Reels में भारत में फिलहाल डायरेक्ट कमाई के ऑफिशियल तरीके कम हैं,
लेकिन ब्रांड डील्स के जरिए इनकम हो सकती है।
Q4. क्या एक क्रिएटर को दोनों प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने चाहिए?
हाँ, दोनों का इस्तेमाल करना स्मार्ट स्ट्रैटेजी है। Reels से ऑडियंस खींचें और Shorts से उन्हें लंबे समय तक जोड़े रखें।
Q5. क्या दोनों पर एक ही वीडियो अपलोड किया जा सकता है?
हाँ, लेकिन प्लेटफॉर्म के फॉर्मेट और ऑडियंस के हिसाब से थोड़े बदलाव करके अपलोड करना बेहतर होता है,
ताकि वीडियो दोनों जगह अच्छा परफॉर्म करे।
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा, तो इसे शेयर करें और हमारी वेबसाइटको सब्सक्राइब करें –
साथ ही, जुड़े रहिए हमारे Social Media Handle से-