संत कबीर दास जी मध्यकालीन भारत के सबसे प्रभावशाली संतों में से एक थे। वे एक समाज सुधारक, कवि और धार्मिक गुरु थे, जिन्होंने तत्कालीन सामाजिक कुरीतियों, आडंबरों और धार्मिक पाखंड के विरुद्ध आवाज़ उठाई। उनका नाम कबीर, जिसका अर्थ होता है “महान”, उनके व्यक्तित्व को पूरी तरह दर्शाता है। उन्होंने अपने दोहों और कविताओं के माध्यम से भक्ति, ज्ञान और समाज के बीच संतुलन साधा।